एप्पल और गूगल दोबारा एक दूसरे से भिड़ने को तैयार
एप्पल और गूगल दोबारा एक दूसरे से भिड़ने को तैयार हैं। म्यूजिक की दुनिया में अब दोनों एक दूसरे से मुकाबला करने जा रहे हैं।
इस जंग में ताज किसके सिर पर होगा वो आप तय करेंगे क्योंकि आप जिसके भी ऐप को अपने स्मार्टफोन पर गाने सुनने के लिए पसंद करेंगे उसी की तूती बोलेगी।
हाल ही में एप्पल ने घोषणा की थी कि एंड्रॉयड डिवाइस के लिए उसने ऐप बनाया है। एप्पल के इस ऐप को आप डाउनलोड कर सकते हैं।
उधर गूगल ने भी अब अपना म्यूज़िक ऐप लांच कर दिया है और इस ऐप का मज़ा एंड्रॉयड और एप्पल दोनों पर आप ले सकते हैं। एंड्रॉयड के लिए यू-ट्यूब म्यूज़िक का ऐप और एप्पल स्मार्टफोन के लिए यू-ट्यूब म्यूजिक का ऐप दोनों ही आप यहां से डाउनलोड कर सकते हैं।
यू-ट्यूब म्यूजिक अब एंड्रॉयड और ऐपल iOS दोनों पर डाउनलोड कर सकते हैं। इनस्टॉल करने के बाद ऐप पर आपको 14 दिन के लिए बिना विज्ञापन के म्यूजिक सुनने को मिलेगा।
एप्पल और गूगल दोबारा एक दूसरे से भिड़ने को तैयार
क्या है दोनों का मार्केट शेयर
जब आप गाने सुनना शुरू करेंगे तो आपकी पसंद देख कर यू-ट्यूब म्यूजिक उसी तरह के मूड के गाने आपको सुनने की सलाह देगा। अगर आपने यू-ट्यूब रेड या गूगल प्ले म्यूजिक ऑल एक्सेस को चुना है तो आप विज्ञापन के बिना गाने तो सुन ही सकते हैं। इसके साथ ही अगर आप चाहें तो गाने आपके स्मार्टफोन के बैकग्राउंड में भी बज सकते हैं।
पिछले दशक में एप्पल ने म्यूज़िक की दुनिया को बदल दिया था। म्यूज़िक कंपनियों के साथ करार करके डिजिटल म्यूज़िक में जान फूंकने का काम उसी ने किया था। उसके प्रोडक्ट आईपॉड और आइट्यून्स की सर्विस ने लोगों के म्यूज़िक सुनने की आदत ही बदल डाली।
स्मार्टफोन की दुनिया में एप्पल का हिस्सा करीब 14 फीसदी है। इसके मुकाबले एंड्रॉयड स्मार्टफोन इस्तेमाल करने वाले करीब 80 फीसदी लोग हैं। अगर एप्पल इस बाज़ार में सेंध मार सकता है तो म्यूज़िक की दुनिया में उसकी पकड़ बढ़ जाएगी।
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